मुरझाइ हुइ इन साँसों की
कुछ तो होगी वजह
कोई क्यों इन्हे दे देता
यूं बहकते रहने की सज़ा
बेरंग हुए इन पलो की
कुछ तो होगी वजह
कोई क्यों इन्हे दे देता
यूं रंगते रहने की सज़ा
जोड़े गए इन झूठे रिश्तो की
कुछ तो होगी वजह
कोई क्यो इन्हे दे देता
यूं ढोते रहने की सज़ा
खुद को लाचार और अधूरा
यही मान लेना है वो वजह
जिससे आपको दुनिया देती है
खुद से दूर रहने की सज़ा
